मिलेट्स के फायदे और नुकसान( साइड इफेक्ट्स): एक व्यापक जानकारी | Millets Benefits and Side Effects in Hindi

मिलेट्स के फायदे और साइड इफेक्ट्स: जानें कैसे मिलेट्स आपके स्वास्थ्य(Benefits of millets in Hindi) को बेहतर बना सकते हैं और क्या है उनके संभावित साइड इफेक्ट्स। मिलेट्स को सही तरीके से उपयोग करने के तरीके और सावधानियों के साथ।

millets ke fayde benefits in hindi

मिलेट्स (Millets) प्राकृतिक और पौष्टिक अनाज हैं, जिन्होंने आजकल भारतीय खाद्य संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। विशेष रूप से, वे छोटे बीज वाले अनाजों का एक समूह है जो पोएसी परिवार से संबंधित है। उनकी खेती हजारों वर्षों से की जा रही है और दुनिया के कई हिस्सों में इनका सेवन बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। खासकर हमारे देश में मिलेट्स हमारे पूर्वजों के भोजन में प्रमुख हिस्सा रहे हैं।

मिलेट्स के कई सारे प्रकार हैं, जिसमें ज्वार(Sorghum Millet), बाजरा(Pearl millet), रागी(Finger Millet, कंगनी(Foxtail Millet), कोदो(Kodo Millet), सावा(Barnyard Millet), कुटकी(Little Millet) और पुनर्वा(Proso Millet)शामिल हैं।

मिलेट्स को मोटे अनाज(Millets Hindi) भी कहा जाता है और उन्हें अक्सर सुपर फूड के रूप में जाना जाता है। चाहे, आप स्वास्थ्य के प्रति जागरूक व्यक्ति हों, फिटनेस के प्रति उत्साही हों, या टिकाऊ और पौष्टिक भोजन विकल्पों की तलाश करने वाले व्यक्ति हों, मिलेटस आपके आहार में एक महत्वपूर्ण स्थान रख सकते हैं। खासकर ये छोटे अनाज हमारे स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ प्रदान कर सकते हैं, जैसे कि पौष्टिकता, डायबिटीज के नियंत्रण, वजन कम करने में मदद, और अनेक अन्य स्वास्थ्य फायदे।

इस ब्लॉग पोस्ट में, हम मिलेट्स खाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे, साथ ही, उनके उपयोग के तरीकों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे, जिससे आपको इन शानदार अनाजों का महत्व समझने में मदद मिलेगी।

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मिलेटस खाने के फायदे क्या है? | Health benefits of Millets in Hindi | Millets ke Fayde 

मिलेट्स, वो छोटे दाने हैं जिन्होंने हजारों सालों से हमारी पोषण की आधारभूत आवश्यकताओं को पूरा किया है। आजकल वे फिरसे अपनी लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं। इनके फायदों को जानकर आपको हैरानी हो सकती है, क्योंकि ये छोटे दाने आपके स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकते हैं। मिलेट्स के स्वास्थ्य लाभों(millets ke fayde) के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ते रहें और जानें कि ये सिर्फ दाने नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के खजाने के रूप में कैसे काम कर सकते हैं।

ग्लूटेन मुक्त | Gluten Free Millet

मिलेटस वास्तव में ग्लूटेन-मुक्त अनाज हैं, और वे विशेष रूप से सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों के लिए कई सारे फायदे प्रदान करते हैं[1]। ग्लूटेन एक प्रोटीन है जो गेहूं, और जौ में पाया जाता है और इसके सेवन से सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैं[2]। इसलिए, ग्लूटेन मुक्त मिलेटस सीलिएक रोग से पीड़ित लोगों के लिए एक सुरक्षित और पौष्टिक आहार का विकल्प हो सकता है[3]।

सिर्फ इतना ही नहीं, गैर-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले लोगों के लिए भी मिलेटस खाने से फायदा हो सकता है[1]। क्योंकि मिलेटस उन्हें ग्लूटेन युक्त अनाज से जुड़ी असुविधा और पाचन समस्याओं से बचने में मदद कर सकते हैं[4][5]।

अपने आहार में मिलेटस को शामिल करने से पोषक तत्वों के सेवन में विविधता लाने में मदद मिल सकती है, जिससे विशेष रूप से ग्लूटेन युक्त अनाज से परहेज करने वाले लोगों के लिए फायदा मिल सकता है।[6]

पाचन स्वास्थ्य | Digestive benefits of Millets 

मिलेटस के फायदे की बात करते हैं तो, वे आहारीय फाइबर से भरपूर होते हैं, जो स्वस्थ पाचन के लिए आवश्यक है[7]। मिलेटस आम तौर पर गेहूं जैसे कुछ अन्य अनाजों की तुलना में पचाने में आसान होते हैं[7]। इनमें मौजूद फाइबर बेहतर पाचन में मदद करता है, जिससे कब्ज, पेट फूलना, सूजन और पेट में ऐंठन से राहत मिलती है, और वे अल्सर और कोलन कैंसर जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्थितियों से भी बचाव कर सकते हैं।[8][7]

एक अध्ययन के अनुसार,मिलेटस के दलिया में प्रीबायोटिक प्रभाव होता है, जिसका अर्थ है कि यह लाभकारी आंत बैक्टीरिया को पोषण प्रदान करता है[9]। अच्छे पाचन और समग्र कल्याण के लिए एक स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम आवश्यक होते हैं[10]।

इसके अलावा, कुछ अध्ययनों के अनुसार, ज्वार और बाजरा जैसे मिलेट्स में पाए जाने वाला फाइबर भोजन के पारगमन समय को बढ़ाकर आतों के सूजन के खतरे को कम कर सकता है।[7] इससे बेहतर पाचन के लिए मदद मिल सकती है।

वजन कम करने के लिए मिलेट्स के फायदे | Weight loss benefit of millets in Hindi

मिलेटस वास्तव में कई कारणों से वजन प्रबंधन के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, क्योंकि वे आहार फाइबर में समृद्ध होते हैं, जो तृप्ति की भावना को बढ़ावा देते हैं।[8] जब आप पेट भरा हुआ महसूस करते हैं, तो भोजन के बीच अधिक खाने या नाश्ता करने की संभावना कम होती है, जो कैलोरी के सेवन को नियंत्रित करने और वजन नियंत्रण में सहायता कर सकता है[11]।

जबकि मिलेटस में क्विनोआ जैसे कुछ अन्य अनाज जितना प्रोटीन नहीं होता है, फिर भी उनमें से कुछ अनाजों में अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है[8]। आपको बता दे तो, प्रोटीन मांसपेशियों के रखरखाव के लिए और भोजन की परिपूर्णता की भावना को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे वजन कम करने में लाभ मिल सकते हैं[12]।

मिलेटस की कई किस्मों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम होता है[7]। कम GI वाले खाद्य पदार्थ धीरे-धीरे से पचते और अवशोषित होते हैं, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में धीरे-धीरे वृद्धि होती है[13]। यह रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने और शर्करा युक्त या उच्च कैलोरी वाले स्नैक्स की लालसा को कम करने में मदद कर सकता है[14]।

साथ ही, मिलेटस में वसा, विशेषकर संतृप्त वसा अपेक्षाकृत कम होता है। वे कम कैलोरी सेवन में योगदान कर सकते हैं, क्योंकि आहार वसा कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन की तुलना में अधिक कैलोरी-घना होता है[7]।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर | Millets are rich in antioxidants

मिलेटस, फेरुलिक एसिड(ferulic acid) और कैटेचिन(catechins) जैसे फेनोलिक यौगिकों से भरपूर होते हैं,  जिनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं[15][16]। विशेष रूप से, रागी (finger millet) में प्रोसो(proso millet) और फॉक्सटेल(foxtail millet) की तुलना में कुल फेनोलिक सामग्री और एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि अधिक होती है।[16]

एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कणों को निष्क्रिय करने में लाभकारी प्रभाव डालते हैं जो कैंसर जैसी पुरानी बीमारी का कारण बन सकते हैं[7]।

साथ ही, मिलेटस में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स पॉलीफेनोलिक यौगिकों का एक समूह है, जो अपने एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाते हैं[17][16]। वे हृदय रोग और कैंसर के खतरे को कम करने सहित विभिन्न स्वास्थ्य लाभों से जुड़े हुए हैं[17]।

मिलेट्स को अक्सर साबुत अनाज के रूप में खाया जाता है, जिसका अर्थ है कि वे अपनी बाहरी परतों को बरकरार रखते हैं। इन परतों में परिष्कृत अनाज(refined grains) की तुलना में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च सांद्रता होती है[18]। यही वजह है कि, संतुलित आहार के हिस्से के रूप में Millets का सेवन आपके समग्र एंटीऑक्सीडेंट सेवन में योगदान कर सकता है और बीमारियों से बचाने में फायदेमंद साबित सकता है।

रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करें | Millets benefit for blood sugar control

आपको बता दे तो, कई प्रकार के मिलेट्स में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिसका अर्थ है कि वे धीमी और स्थिर दर पर रक्त प्रवाह में ग्लूकोज छोड़ते हैं[19][13]। यह गुण मधुमेह वाले लोगों के लिए रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में फायदेमंद हो सकता है।

उदाहरण के लिए बता दे तो, रागी (finger millets)आधारित उत्पादों का कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है और इससे कम ग्लाइसेमिक प्रतिक्रिया उत्पन्न होती हैं[20]। एक अध्ययन बताता है कि 20% रागी युक्त आहार के सेवन से उपवास शर्करा कम हो सकती है, जिससे मधुमेह रोगियों को लाभ पहुंचा सकता है[21]।

इसके अलावा, मिलेट्स आहार फाइबर से भरपूर होते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर करने में मदद कर सकता है[22]। साथ ही, मिलेट्स एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है, जो मधुमेह और उसकी जटिलताओं से जुड़े ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं[7]।

Millets में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है, जो ग्लूकोज के चयापचय में भूमिका निभाता है। पर्याप्त मैग्नीशियम का सेवन बेहतर इंसुलिन संवेदनशीलता और बेहतर रक्त शर्करा नियंत्रण से जुड़ा है।[7][23] इन सारे अध्ययनों को देखते हुए आप कह सकते है कि, मिलेट्स के फायदे मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के लाभ पहुंचा सकते है।

मिलेट्स के हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदे | Heart health benefit of Millets in Hindi

संतुलित आहार के हिस्से के रूप में शामिल करने पर हृदय स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स के फायदे देखे जा सकते हैं। एक शोध में कहा गया है कि, मिलेट्स का सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद कर सकता है, जिससे हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है[24]।

इसके अतिरिक्त, मिलेट्स आहार फाइबर से भरपूर होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी योगदान दे सकता है[7]।

इतनाही नहीं, Millets फेनोलिक यौगिकों और फ्लेवोनोइड जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भी समृद्ध है, जो हृदय को ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन से बचने में मदद कर सकते हैं।[7] विशेष रूप से, मिलेट्स में मौजूद लिग्निन और फाइटोन्यूट्रिएंट्स मजबूत एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करते हैं और हृदय संबंधी बीमारियों को रोकते हैं[25]।

इसके अतिरिक्त, मिलेट्स में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिज पाए जाते हैं[26]। ये दोनों खनिज रक्तचाप के स्वस्थ स्तर को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं[7]।

एक अध्ययन में पाया गया है कि, टाइप 2 मधुमेह में, मिलेट्स प्रोटीन सांद्रता वाले उच्च वसा वाले आहार का सेवन एडिपोनेक्टिन(adiponectin) और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर को बढ़ा कर ग्लूकोज और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम कर सकता है।[27][28] एडिपोनेक्टिन, एक प्रोटीन हार्मोन है, जिसका उच्च स्तर मौजूद होने पर इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार और हृदय रोग के जोखिम कारकों को कम करने से जुड़ा हुआ है।[29]

हड्डी के स्वास्थ्य के लिए मिलेटस के फायदे | Millet benefits for bone Health 

मिलेट्स प्राकृतिक रूप से ग्लूटेन-मुक्त होते हैं, जो इन्हें सीलिएक रोग या ग्लूटेन संवेदनशीलता वाले व्यक्तियों के लिए उपयुक्त बनाते हैं। क्योंकि ग्लूटेन, कभी-कभी ग्लूटेन से संबंधित विकारों वाले व्यक्तियों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्या पैदा करता है[30]।

इसके अतिरिक्त, मिलेट्स आवश्यक खनिजों का अच्छा स्रोत होते हैं, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, जिनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस शामिल हैं[7]। विशेष रूप से रागी(finger millet) कैल्शियम से भरपूर होता है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के निर्माण और रखरखाव के साथ हड्डी के फ्रैक्चर के जोखिम को कम करने में मदद करता है[31][32][3]।

सिर्फ यही नहीं, मिलेट्स में पाए जाने वाला फास्फोरस कैल्शियम के साथ मिलकर हड्डियों और दांतों के संरचनात्मक घटक का निर्माण करता है[33][34]। जबकि पर्याप्त मैग्नीशियम का सेवन हड्डियों के घनत्व का समर्थन करके ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम कर सकता है[35]।

साथ ही, मिलेट्स पौधे-आधारित प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत प्रदान करते हैं, जो मांसपेशियों और स्वस्थ हड्डियों के निर्माण और रखरखाव के लिए आवश्यक है। इनमें पाए जानेवाले आवश्यक अमीनो एसिड शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए आवश्यक होते हैं[7]। इन अध्ययन को जानते हुए आप कह है कि, मिलेट्स के फायदे हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए देखे जा सकते हैं।

एनीमिया की रोकथाम में सहायक | May help to prevent Anemia 

मिलेट्स का सेवन एनीमिया में फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि Millets में अच्छी मात्रा में आयरन होता है जो रक्त में ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार हीमोग्लोबिन प्रोटीन के उत्पादन के लिए आवश्यक है[7][36]। आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया सबसे आम प्रकार है, और आहार में मिलेट्स जैसे आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने से इससे निपटने में मदद मिल सकती है।[37]

इसके अलावा, मिलेट्स में फाइटिक एसिड जैसे यौगिक होते हैं, जो आयरन के अवशोषण को रोक सकते हैं[38]। हालांकि, शोध से पता चला है कि किण्वन, अंकुरण और भिगोने जैसी पारंपरिक विधियों का उपयोग करके, Millets में फाइटिक एसिड सामग्री को कम किया जा सकता है, जिससे आयरन की उपलब्धता बढ़ जाती है।[39]

इसके अतिरिक्त, मिलेट्स में मौजूद फोलेट एनीमिया को रोकने में योगदान दे सकता है[7]। फोलेट, जिसे विटामिन बी9 भी कहा जाता है, लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण होता है।[40]

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जबकि मिलेट्स एनीमिया को रोकने या प्रबंधित करने में मदद करने के लिए संतुलित आहार का हिस्सा हो सकता है, फिर भी एनीमिया के गंभीर मामलों के लिए एकमात्र उपचार के रूप में उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता  है।

त्वचा का स्वास्थ्य और मिलेटस | Millets benefits for skin health

मिलेट्स त्वचा को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। क्योंकि, वे एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुणों से भरपूर होते हैं। ये गुण त्वचा को मुक्त कणों के कारण होने वाले ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं, और समय से पहले बूढ़ा होने और त्वचा की क्षति को रोकने में मदद करते हैं, जिससे त्वचा अधिक युवा दिखने में मदद मिल सकती है[41]।

एक अध्ययन से पता चला है कि, कंगनी(foxtail millet) का आटा ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरपूर है[42]। ओमेगा 3 एसिड के साथ पूरक आहार फोटो डैमेज और फोटोएजिंग से बचाता है, जबकि ओमेगा -6 त्वचा बाधा कार्य और संरचनात्मक अखंडता के लिए आवश्यक है। साथ ही, ये त्वचा की संवेदनशीलता और सूजन के लक्षणों को कम करता है।[43]

इसके अलावा, Millets में मौजूद नियासिन (विटामिन बी 3) सहित विभिन्न बी विटामिन होते हैं, जो स्वस्थ त्वचा को बनाए रखने में भूमिका निभाते हैं।[7] मुंहासे और रोसैसिया जैसी त्वचा की स्थितियों में सुधार के लिए नियासिन का उपयोग फायदेमंद हो सकता है[44]।

मिलेट्स, विशेष रूप से बाजरा(pearl millet), तांबे और जस्ता में समृद्ध है जो कोलेजन उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, एक प्रोटीन जो त्वचा की लोच और दृढ़ता को बनाए रखने में मदद करता है।[3] [45]

साथ ही, मिलेट्स में आयरन होता है, जो त्वचा को ऑक्सीजन देने और स्वस्थ रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने में भूमिका निभाता है[46]। खराब रक्त संचार त्वचा को प्रभावित कर सकता है और इसका रंग पीला या नीला हो जाता है[47]। इससे ये कहा जा सकता है कि मिलेट्स का सेवन त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और आपकी त्वचा को सुंदर और स्वस्थ बनाने में मदद कर सकता हैं।

मिलेट्स के ऊर्जा वर्धक फायदे | Energy boosting benefit of millets in Hindi

मिलेट्स मुख्य रूप से, जटिल कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्त्रोत है[48]। जटिल कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा का एक निरंतर स्रोत प्रदान करते हैं क्योंकि वे धीरे-धीरे से पचते हैं और धीरे-धीरे रक्त प्रवाह में ग्लूकोज छोड़ते हैं, जो स्थिर ऊर्जा स्तर बनाए रखने में मदद करता है।[49]

इसके अलावा, Millets विभिन्न विटामिन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत है, जिसमें बी विटामिन (बी1, बी2, बी3, बी6) और मैग्नीशियम शामिल हैं, जो ऊर्जा चयापचय के लिए आवश्यक तत्व हैं।[7][50]

Millets में मौजूद आयरन शरीर में ऑक्सीजन के परिवहन के लिए महत्वपूर्ण है। ऊर्जा उत्पादन के लिए कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन की आपूर्ति आवश्यक होती है[51]। इन सभी कारणों से, मिलेट्स आपको ऊर्जा देने और आपके दिन को एक ऊर्जावान शुरुआत करने में मदद कर सकते हैं।

यह भी पढ़े : मिलेट्स(millets): प्रकार, पोषण, इतिहास - एक पूर्ण जानकारी | Information about millets in Hindi

मिलेट्स खाने के नुकसान क्या होते हैं ? | Side effects of eating Millets in Hindi

मिलेट्स, एशिया और अफ्रीका में एक मुख्य भोजन है, जो अपने पोषण संबंधी लाभों और ग्लूटेन-मुक्त प्रकृति के कारण लोकप्रियता हासिल कर रहे है। आम तौर पर मिलेट्स उपयोग करने के लिए सुरक्षित और स्वस्थ है, फिर भी कुछ मामले में मिलेट्स खाने के नुकसान देखे जा सकते हैं:

एलर्जी प्रतिक्रिया | allergic reaction of millets

हालांकि मिलेट्स एक आम एलर्जी कारक नहीं हैं, फिर भी कुछ व्यक्तियों को विशिष्ट प्रकार के मिलेट्स से एलर्जी हो सकती है। एलर्जी प्रतिक्रियाओं में त्वचा पर चकत्ते, खुजली, सूजन, मतली, मौखिक एलर्जी सिंड्रोम, राइनाइटिस, पित्ती और पाचन संबंधी परेशानी शामिल हो सकती है।[52]

पाचन संबंधी समस्या | digestive side effects of millets

मिलेट्स में आहारीय फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो अधिकांश लोगों के लिए स्वस्थ पाचन को बढ़ावा दे सकता है। हालांकि, मिलेट्स का अत्यधिक सेवन, खासकर अगर ठीक से तैयार न किया गया हो, गैस, सूजन और दस्त सहित पाचन संबंधी असुविधा का कारण बन सकता है।[53]

पोषक तत्व रोधी | Antinutrient in Millets

मिलेट्स में फाइटेट्स और टैनिन जैसे एंटी न्यूट्रिएंट्स नामक यौगिक होते हैं, जो कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे कुछ खनिजों के अवशोषण में हस्तक्षेप कर सकते हैं।[38] खाने से पहले मिलेट्स को भिगोने, अंकुरित करने या किण्वित करने से एंटी न्यूट्रिएंट्स के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है[39]

गोइट्रोजन | Goitrogen

कुछ मिलेट्स, जैसे बाजरा(pearl millet) में गोइट्रोजन्स होते हैं, जो बड़ी मात्रा में सेवन करने पर थायराइड फ़ंक्शन में हस्तक्षेप कर सकते हैं[55][56]। मिलेट्स को पकाने, भिगोने या प्रसंस्करण करने से गोइट्रोजन सामग्री को कम करने में मदद मिल सकती है[57].

ऑक्सालेट सामग्री | Oxalate content in Millets

कुछ मिलेट्स, जैसे फिंगर मिलेट (रागी) में ऑक्सलेट अपेक्षाकृत अधिक होता है, जो अतिसंवेदनशील व्यक्तियों में गुर्दे की पथरी के निर्माण में योगदान कर सकता है[58][59]।

आमतौर पर मिलेट्स का संतुलित मात्रा में सेवन करने से कई सारे लाभ मिल सकते है। यदि, आपको मिलेट्स के सेवन के बाद कोई विशेष समस्याएं होती हैं, तो आपको अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। वे आपके स्वास्थ्य और खानपान के संबंधित सुझाव देंगे।

मिलेट्स के बारे में अन्य जानकारी | Other Information about Millets in Hindi

इस पोस्ट में हमने मिलेट्स खाने के फायदे और नुकसान के बारे अच्छे से जान लिया है। आगे हम जानने का प्रयास करेंगे कि मिलेट्स का उपयोग कैसे करें , मिलेट्स को कैसे चुने,  और मिलेट्स को स्टोर करें।   

मिलेट्स का उपयोग कैसे करें ? | How to use millets in Hindi

भारतीय खाना पकाने में मिलेट्स का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है, और वे विभिन्न क्षेत्रीय व्यंजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे सदियों से भारतीय आहार का पारंपरिक हिस्सा रहे हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। यहां कुछ सामान्य तरीके दिए गए हैं जिनसे भारतीय खाना पकाने में मिलेट्स का उपयोग किया जाता है:

रोटी या भाकरी: मिलेट्स का आटा, जैसे रागी (finger millet) का आटा, बाजरा (pearl millet) का आटा, या ज्वार (Sorghum) का आटा, रोटी या भाकरी बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। ये कई भारतीय घरों में खासकर, राजस्थान, गुजरात और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में मुख्य हैं। मिलेट्स के आटे को पानी, नमक और कभी-कभी मसालों के साथ मिलाकर बनाया जाता है, जिसे बाद में रोटी में लपेटा जाता है और तवे या खुली आंच पर पकाया जाता है।

दलिया: रागी जैसे मिलेट्स का उपयोग अक्सर पौष्टिक और पेट भरने वाला दलिया बनाने के लिए किया जाता है। रागी दलिया, विशेष रूप से, एक लोकप्रिय नाश्ते का विकल्प है। मिलेट्स को पानी या दूध के साथ पकाया जाता है और गुड़ के साथ मीठा किया जाता है या इलायची जैसे मसालों के साथ इसका स्वाद बढ़ाया जा सकता है।

इडली और डोसा: दक्षिण भारतीय व्यंजनों में, फिंगर मिलेट्स(रागी) का उपयोग इडली (उबले हुए चावल केक) और डोसा बनाने के लिए किया जाता है। किण्वित घोल बनाने के लिए मिलेट्स के आटे को चावल के आटे और उड़द दाल के साथ मिलाया जाता है, जिसका उपयोग इडली और डोसा बनाने के लिए किया जाता है।

लड्डू और मिठाइयां: मिलेट्स का आटा, जैसे बाजरा या रागी का आटा, का उपयोग लड्डू जैसी पारंपरिक मिठाइयां बनाने के लिए किया जाता है। ये लड्डू अक्सर मिलेट्स के आटे को भूनकर उसमें घी (ghee), गुड़ और कभी-कभी मेवे मिलाकर बनाए जाते हैं।

खिचड़ी: मिलेट्स का उपयोग खिचड़ी में किया जा सकता है, जो चावल, दाल और मसालों से बनी एक बर्तन वाली डिश है। पौष्टिक खिचड़ी बनाने के लिए आप चावल को कंगनी(foxtail millet), कुटकी(Little millet), या सावा(barnyard millet) जैसे मिलेट्स से बदल सकते हैं या आंशिक रूप से बदल सकते हैं।

पुलाव और बिरयानी: मिलेट्स का इस्तेमाल पुलाव और बिरयानी बनाने में किया जा सकता है। आप इन व्यंजनों को चावल के बजाय कंगनी(foxtail millet) या बाजरा जैसे मिलेट्स का उपयोग करके तैयार कर सकते हैं। मिलेट्स आधारित पुलाव और बिरयानी आपके लिए स्वास्थ्यवर्धक विकल्प हैं।

उपमा: उपमा एक दक्षिण भारतीय व्यंजन है जो सूजी से बनाया जाता है, लेकिन इसे बनाने के लिए मिलेट्स का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। मिलेट्स उपमा एक पौष्टिक और स्वादिष्ट नाश्ते का विकल्प है जिसे सब्जियों और मसालों के साथ बनाया जा सकता है।

खीर: कंगनी जैसे मिलेट्स का उपयोग पारंपरिक भारतीय चावल का हलवा, खीर तैयार करने के लिए किया जा सकता है। बाजरे की खीर क्लासिक मिठाई का एक स्वास्थ्यवर्धक संस्करण है।

स्नैक्स: मिलेट्स को नाश्ते में शामिल किया जा सकता है जैसे कि फूला हुआ मिलेट्स स्नैक्स या चिक्की (गुड़ और मिलेट्स से बनी मीठी चटनी)। ये स्नैक्स न केवल स्वादिष्ट होते हैं बल्कि तुरंत ऊर्जा भी प्रदान करते हैं।

दाल के साथ मिश्रित: पौष्टिक और हार्दिक व्यंजन बनाने के लिए मिलेट्स को विभिन्न दालों और दालों के साथ मिलाया जा सकता है। उदाहरण के लिए, आप विभिन्न प्रकार के मसालों के साथ मिश्रित मिलेट्स और दाल के व्यंजन तैयार कर सकते हैं।

याद रखें कि विशिष्ट मिलेट्स का उपयोग और इसे तैयार करने का तरीका भारत में क्षेत्र के अनुसार भिन्न हो सकता है। मिलेट्स को उनकी बहुमुखी प्रतिभा और विभिन्न पाक परंपराओं के अनुकूल होने की क्षमता के लिए मनाया जाता है, जो उन्हें भारतीय व्यंजनों के लिए एक मूल्यवान और स्वस्थ जोड़ बनाता है।

मिलेट्स कैसे चुनें? | How to choose millets in Hindi?

अच्छी गुणवत्ता वाले मिलेटस लेने के लिए नीचे दिए गए कदमों का पालन करें:

मिलेट्स के प्रकार का सही चयन करें: मार्केट में मिलेटस कई प्रकार उपलब्ध होते हैं जिसमें बाजरा (pearl millet), रागी फिंगर(finger millet),कंगनी(foxtail millet) , कोदो(Kodo Millet), सावा(Barnyard Millet), कुटकी(Little Millet) और पुनर्वा(Proso Millet)शामिल हैं। मिलेट्स का वह प्रकार चुनें जो आपके आहार संबंधी प्राथमिकताओं और आवश्यकताओं के अनुरूप हो। प्रत्येक प्रकार का अपना विशिष्ट स्वाद और पोषण संबंधी प्रोफ़ाइल होती है।

पैकेजिंग: प्रतिष्ठित ब्रांडों या दुकानों से मिलेट्स खरीदें जो गुणवत्तापूर्ण पैकेजिंग प्रदान करते हैं। मिलेट्स के ऐसे पैकेज देखें जो ठीक से सील किए गए हों और जिनमें क्षति, नमी या कीट के कोई लक्षण दिखाई न दें।

लेबल जानकारी: महत्वपूर्ण जानकारी के लिए लेबल की जांच करें, जैसे निर्माण तिथि, सर्वोत्तम तिथि, और जैविक या गैर-जीएमओ जैसे कोई भी प्रमाणन। यह जानकारी सुनिश्चित करती है कि मिलेट्स ताजा और अच्छी गुणवत्ता के हैं।

रंग और बनावट: मिलेट्स का रंग और बनावट एक समान होनी चाहिए। उनमें कोई मलिनकिरण या अप्रिय गंध नहीं होनी चाहिए। उच्च गुणवत्ता वाली मिलेट्स साफ और आकार में एक समान दिखना चाहिए।

शुद्धता: सुनिश्चित करें कि मिलेट्स किसी भी बाहरी कण जैसे पत्थर, टहनियां या मलबे से मुक्त हो। आप खरीद से पहले मिलेट्स का निरीक्षण करके उनकी शुद्धता चेक कर सकते हैं।

जैविक बनाम पारंपरिक: विचार करें कि क्या आप जैविक मिलेट्स खरीदना चाहते हैं। जैविक मिलेट्स सिंथेटिक कीटनाशकों और उर्वरकों के बिना उगाया जाता हैं और यदि आप अधिक पर्यावरण के अनुकूल और कीटनाशक मुक्त विकल्प की तलाश में हैं तो यह एक अच्छा विकल्प है।

स्थानीय: आपके स्थान के आधार पर, आपके पास स्थानीय रूप से उगाए गए मिलेट्स या आयातित किस्मों तक पहुंच हो सकती है। स्थानीय किसानों को समर्थन देना एक स्थायी विकल्प हो सकता है, और स्थानीय रूप से प्राप्त मिलेट्स ताजा हो सकते हैं।

कीमत: यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको उचित सौदा मिल रहा है, विभिन्न ब्रांडों और दुकानों में कीमतों की तुलना करें। ध्यान रखें कि मिलेट्स आम तौर पर कुछ अन्य अनाजों की तुलना में किफायती होते हैं।

छोटी मात्रा का नमूना: यदि आप मिलेट्स के बारे में नए हैं, तो आप अलग-अलग प्रकार का परीक्षण करने के लिए छोटी मात्रा में खरीद कर शुरुआत कर सकते हैं और देख सकते हैं कि स्वाद और खाना पकाने के मामले में आप किसे पसंद करते हैं।

याद रखें कि मिलेट्स अत्यधिक बहुमुखी हैं और इनका उपयोग दलिया से लेकर सलाद और बेक किए गए सामान तक विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है। वे न केवल पौष्टिक हैं बल्कि स्वस्थ आहार के लिए एक स्थायी विकल्प भी हैं।

मिलेट्स को कैसे स्टोर करें ? | How to store millets in Hindi

मिलेट्स की ताजगी बनाए रखने और उन्हें खराब होने से बचाने के लिए उनका उचित भंडारण आवश्यक है। मिलेट्स को प्रभावी ढंग से भंडारित करने के लिए इन चरणों का पालन करें:

एक उपयुक्त कंटेनर चुनें: कांच, प्लास्टिक या स्टेनलेस स्टील से बना एक वायुरोधी कंटेनर चुनें। मिलेट्स भंडारण करने से पहले सुनिश्चित करें कि कंटेनर साफ और सूखा है।

मिलेट्स को साफ करके सुखा लें: मिलेट्स का भंडारण करने से पहले, सुनिश्चित करें कि वे साफ हैं और किसी भी बाहरी कण, जैसे पत्थर, टहनियां या मलबे से मुक्त हैं। आप उनका निरीक्षण करके और किसी भी अशुद्धियों को दूर करके ऐसा कर सकते हैं। सुनिश्चित करें कि मिलेट्स अच्छी तरह सूखे हैं। यदि उनमें कोई नमी है, तो भंडारण के दौरान फफूंदी विकसित हो सकती हैं।

कंटेनर को लेबल करें: यदि आवश्यक हो तो कंटेनर पर मिलेट्स के प्रकार और खरीद की तारीख का लेबल लगाएं। इससे आपको उनकी ताजगी पर नज़र रखने में मदद मिलेगी।

ठंडे और सूखे स्थान में रखें: मिलेट्स को ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह पर संग्रहित किया जाना चाहिए। गर्मी, नमी और सीधी धूप के संपर्क में आने से मिलेट्स जल्दी खराब हो सकते हैं और अपनी गुणवत्ता खो सकते है। इसलिए, मिलेट्स को स्टोव, ओवन या किसी भी ताप स्रोत से दूर किसी पेंट्री या अलमारी में रखें।

वायुरोधी सीलिंग का प्रयोग करें: सुनिश्चित करें कि हवा और नमी को प्रवेश करने से रोकने के लिए कंटेनर का ढक्कन या सीलिंग तंत्र वायुरोधी है। इससे मिलेट्स की ताजगी बनाए रखने में मदद मिलती है और उनमें कीट लगने से बचाव होता है।

रेफ्रिजरेटर या फ्रीजर में भंडारण से बचें: मिलेट्स को रेफ्रिजरेटर में रखने की आवश्यकता नहीं है। दरअसल, रेफ्रिजरेटर से निकलने वाली नमी के कारण वे तेजी से खराब हो सकते हैं। उन्हें कमरे के तापमान पर रखें।

नियमित रूप से कीटों की जांच करें: कीड़े या लार्वा जैसे कीटों के किसी भी लक्षण के लिए समय-समय पर मिलेट्स का निरीक्षण करें। यदि आप किसी भी संक्रमण का पता लगाते हैं, तो प्रभावित मिलेट्स को हटा दें और इसे फिर से भरने से पहले कंटेनर को अच्छी तरह से साफ करें।

अपना स्टॉक घुमाए: यदि आप नियमित रूप से मिलेट्स का उपयोग करते हैं, तो अपने स्टॉक को घुमाना एक अच्छा अभ्यास है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप हमेशा ताज़ा अनाज खा रहे हैं, नए मिलेट्स से पहले पुराने मिलेट्स का उपयोग करें।

कंटेनर को बंद रखें: हर बार जब आप मिलेट्स का उपयोग करते हैं, तो हवा और नमी को अंदर जाने से रोकने के लिए तुरंत बाद कंटेनर को कसकर सील करना सुनिश्चित करें।

उचित रूप से संग्रहीत मिलेट्स का शेल्फ जीवन लंबा हो सकता है, जो अक्सर एक वर्ष से अधिक समय तक चल सकता है, जबकि उनका पोषण मूल्य और स्वाद बरकरार रहता है। इन भंडारण दिशानिर्देशों का पालन करने से आपको बिना किसी गुणवत्ता हानि के लंबे समय तक मिलेट्स के लाभों का आनंद लेने में मदद मिलेगी।

अंत में, हम आपको बताना चाहेंगे कि मिलेट्स भारतीय खाद्य संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो पूरे देश में बड़े पौष्टिक और स्वादिष्ट आहार का हिस्सा बने हैं। इनका उपयोग बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी उम्र के लोगों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण भोजन के रूप में किया जाता है। मिलेट्स बहुत सारे पोषण तत्वों, जैसे कि प्रोटीन, फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स, का अच्छा स्रोत होते हैं। इनमें ग्लूटन नहीं होता, इसलिए ये विकल्प सेलिएक डिजीज के लिए भी बेहद उपयोगी हो सकते हैं।

मिलेट्स को खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है, डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, और वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, ये पौष्टिकता का उच्च स्रोत होते हैं और प्राकृतिक तरीके से पैकेट फ़ूड्स की तरह प्रकृति से बने होते हैं।

इसलिए, हम यह कह सकते हैं कि, मिलेट्स स्वास्थ्यपूर्ण और पौष्टिक भोजन के रूप में हमारे आहार में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और हमें इन्हें अपने दैनिक भोजन का हिस्सा बनाना चाहिए। इससे हम अपने स्वास्थ्य को सुदृढ़ बना सकते हैं और बच्चों से लेकर वयस्कों तक सभी को एक स्वस्थ और सुखमय जीवन जीने में मदद मिलेगी।

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(अस्वीकरण:  इस पोस्ट में दी गई  जानकारी और सूचनाएं सामान्य उद्देश्य के लिए हैं और ये किसी भी चिकित्सा का विकल्प नहीं है।  किसी भी अधिक जानकारी के लिए अनुभवी चिकित्सक या किसी विशेषज्ञ की  सलाह जरूर ले।  ये वेबसाइट इस जानकारी के लिए  किसी भी तरह की जिम्मेदारी के लिए दावा नहीं करती)

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