भारतीय ग्रेवी बनाने के सामग्री: आपकी रसोई में बनाएं खास भारतीय ग्रेवी का स्वाद! हमारे ब्लॉग पोस्ट में जानें ग्रेवी तैयार करने के सभी आवश्यक इंग्रीडिएंट्स | Ingredients used in India that make Indian gravy thick and tasty.
भारतीय व्यंजनों में ग्रेवी या करी का स्वाद सभी को बहुत पसंद होता है। अक्सर हम चावल और रोटी के साथ ग्रेवी वाली सब्जी या करी खाना पसंद करते हैं। इसे बनाने के लिए हम सब्जियों, दाल और अन्य सामग्री के साथ मसालों का इस्तेमाल करते हैं। ये ग्रेवी का स्वाद अधिक गाढ़ा और रंगीन बनाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
साथ ही, ग्रेवी को गाढ़ा, रंगीन और स्वादिष्ट बनाने के लिए कुछ अन्य सामग्री भी डाली जाती हैं। खास बात यह है कि, ये सामग्रियां क्षेत्र नुसार भिन्न होती हैं, जैसे कि उत्तर भारत में बनाए जानेवाली ग्रेवी में ज्यादातर दही और टमाटर का इस्तमाल होता हैं, जबकि दक्षिण भारत के ग्रेवी में नारियल का इस्तमाल बहुत ज्यादा होता है। आइए कुछ ऐसी सामग्रियों के बारे में जानें जो भारतीय ग्रेवी को गाढ़ा और स्वादिष्ट बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्याज (Onion) | Indian Curry Base
भारतीय खाने का स्वादिष्ट सफर प्याज के बिना अधूरा रहता है। प्याज एक ऐसी सब्जी है, जिसका इस्तेमाल हम रोजमर्रा के खाने में खूब करते हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की कोई गरीब हो, या अमीर इन सबके खाने में प्याज जरूर होता है। हमेशा तड़के में जानेवाला प्याज अलग-अलग तरह की ग्रेवी का भी अहम् हिस्सा होता है।
उत्तर भारत हो या दक्षिण भारत, यहां के ग्रेवी में प्याज जरूर इस्तमाल किया जाता है। प्याज की ग्रेवी स्वाद और गंध से भरपूर होती है, जिसे बनाने के लिए प्याज को उबालकर, या फ्राई कर कर पीसकर ग्रेवी में इस्तमाल किया जाता है। यह अपने तीखेपन के साथ एक मीठा स्वाद देता है, चाहे वह टमाटर की ग्रेवी हो, शाही व्यंजन की ग्रेवी हो, या नारियल की ग्रेवी हो।
टमाटर (Tomato) | North Indian Gravy Maker
व्यंजनों को खट्टेपन देने के लिए इस्तमाल किए जानेवाला टमाटर ग्रेवी में भी इस्तमाल होता है। टमाटर की ग्रेवी, एक प्रमुख भारतीय व्यंजन है, जिसमें टमाटर का उपयोग ग्रेवी को रंगीन और स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है।
देखा जाए तो, टमाटर हमारे देश का मूलनिवासी नहीं है, फिर भी यह प्याज के बाद भारतीय व्यंजनों में इस्तमाल होनेवाली सबसे महत्वपूर्ण सामग्री बन गयी है। टमाटर को ग्रेवी में शामिल करने से ग्रेवी को अच्छा रंग और स्वाद दोनों मिल जाता है।
टमाटर ग्रेवी का उपयोग ज्यादातर करि ग्रेवी, शाही पनीर और अन्य कई प्रसिद्ध व्यंजनों में होता है, और यह उन्हें एक खास और स्वादिष्ट रंग और स्वाद प्रदान करता है।
काजू (Cashew) | Restaurant Style Gravy Maker Ingredient
काजू भारतीय ग्रेवी में एक जानी-मानी और पसंदीदा उपयोगी सामग्री है। एक चिकनी पेस्ट बनाने के लिए अक्सर काजू को मिश्रित किया जाता है, जो न केवल ग्रेवी को गाढ़ा करता है, बल्की डिश में एक मलाईदार, नटी जैसा स्वाद भी जोड़ता है।
काजू ग्रेवी बनाने के लिए काजू अक्सर पानी में भिगोकर रखा जाता है। बाद में, इसे पीसकर ग्रेवी में मिलाया जाता है, जिससे ग्रेवी गाढ़ी और क्रीमी बन जाती है और यह खाने को लजीज बना देती है। विशेष रूप से काजू की ग्रेवी शाही पनीर, बटर चिकन, कोरमा, मटर पनीर जैसे शाही व्यंजनों इस्तमाल की जाती है।
नारियल (Coconut) | South Indian Gravy Thickener
प्याज और टमाटर की तरह ही, नारियल भी भारतीय व्यंजनों में एक महत्वपूर्ण सामग्री है। महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र से लेकर दक्षिण भारत और पूर्वांचल राज्यों तक, भारतीय व्यंजनों में, विशेष रूप से करी में नारियल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
नारियल ग्रेवी बनाने के लिए कसा हुआ नारियल या कटा हुआ नारियल को अक्सर बारीक़ पीसकर पेस्ट बनाया जाता है, जिसे करी में गाढ़ा करने और भरपूर नारियल जैसा स्वाद देने के लिए मिलाया जाता है। नारियल का पेस्ट की तरह ही, नारियल का दूध भी ग्रेवी में इस्तमाल किया जाता है।
अगर हमारे कोकण क्षेत्र की ही बात करें तो, मांसाहारी और शाकाहारी दोनों तरह की करी में नारियल का बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है। खासकर यहां की मछली करी बहुत स्वादिष्ट होती है, जो ताजे पिसे हुए नारियल या नारियल के दूध से बनाई जाती है।
बेसन (Besan) | Masala Gravy Maker in Hindi
बेसन, जिसे चना दाल का आटा भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण सामग्री है, जो ग्रेवी को गाढ़ा बनाने के लिए उपयोग की जाती है। यह ग्रेवी को गाढ़ा और स्वादिष्ट बनाने में मदद करता है। ज्यादातर इसका इस्तमाल उत्तर भारतीय और गुजराती व्यंजनो में उपयोग होता है।
आमतौर पर मसालेदार सब्जियों में 1 चम्मच भुना बेसन डालने से भी ग्रेवी को गाढ़ा बनने, स्वादिष्ट और ग्रेवी को ठीक करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, अलग अलग प्रकार के कढ़ी को गाढ़ा बनाने के लिए दही के साथ बेसन को भी मिलाया जाता है और यह कढ़ी को स्वादिष्ट बनाने के साथ मलाईदार बनाता है।
मूंगफली (Peanut) | Gravy Thickener
हमारे देश के कुछ क्षेत्रों में मूंगफली का तेल खाने में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है। इसीतरह, मूंगफली के दानों को भी खाने को स्वाद और गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए खूब इस्तेमाल किया जाता है।
काजू की तरह ही मूंगफली के दानों को पीसकर इनका इस्तमाल करी को गाढ़ा बनाने के लिए किया जाता है। मूंगफली के बारे में कहा जा सकता है कि, यह ग्रेवी को ठिक तरह से स्वादिष्ट और क्रीमी बनाने के लिए अत्याधिक मदद करता है ।
आपको बता दे तो, नवरात्रि, एकादशी, महाशिवरात्रि और गणेश जयंती जैसे व्रत के दिनों में महाराष्ट्र में मूंगफली की आमटी बनाई जाती है, जो बहुत ही स्वादिष्ट होती है।
दही (Curd) | Vegetarian gravy ingredient in Hindi
दही एक पारंपरिक डेयरी उत्पाद है, जिसकी उत्पत्ति भारत से हुई है। मूल रूप से, यह किण्वित दूध से बनाया जाता है और इसे सादा या नमक, काली मिर्च, चीनी या फलों के स्वाद के साथ खाया जा सकता है।
पंचामृत के आवश्यक घटकों में से एक होने के अलावा, इसका व्यापक रूप से विभिन्न भारतीय ग्रेवी में उपयोग किया जाता है। यह ग्रेवी को मिलाने और मुलायम बनाने में मदद करता है, और उसे आकर्षक और स्वादिष्ट बनाता है। दही का अच्छा अरोमा और स्वाद होता है और यह भारतीय व्यंजनों को अधिक स्वादिष्ट बनाने में मदद करता है।
दही का उपयोग ज्यादातर बिरयानी, शाही पनीर, कढ़ाई पनीर, मखनी ग्रेवी और अन्य सूखे सब्जियों की ग्रेवी में होता है, जिससे व्यंजनों को स्वादिष्ट और मुलायम दिया जाता है।
इस ब्लॉग के माध्यम से, हमने भारतीय ग्रेवी को गाढ़ा बनाने के लिए उपयोग की जानेवाली सामग्री के बारे में जान लिया है। उम्मींद करती हूँ कि, आपको यह पोस्ट जरूर पसंद आयी होगी।