जाने यहां भारतीय भोजन का स्वाद या सुगंध बढ़ाने के लिए किन जड़ी-बूटियों या पत्तियों का उपयोग किया जाता है? Which herbs or leaves are used to enhance the flavor or aroma of Indian food in Hindi?
पकवानों में अधिकांश जड़ीबूटियां ताजी इस्तमाल होती है, हालांकि कुछ सुखी भी इस्तमाल की जाती है। ज्यादातर स्वाद के लिए जड़ीबूटियां के पत्ते इस्तमाल होते हैं। इनमें से कुछ तड़के में डाले जाते है, तो कुछ अंत में डाले जाते है।
जड़ीबूटियां न सिर्फ स्वाद बढ़ाती है, बल्कि औषधि गुणों से भी भरपूर होती है। आइए जानते है, ऐसी कौनसी जड़ी बूटियां हैं, जो भारतीय खाने को लजीज बनती है।
पुदीना | Mint Leaves
पुदीना(Pudina), एक जड़ी बूटी है, जो खासकर अपने मीठे ताजे स्वाद के लिए जानी जाती है। इन्हें विभिन्न व्यंजनों में एक ताजगी और सुगंधित स्वाद जोड़ने के लिए डाला जाता हैं। गर्मी के दिनों में ताजगी भरा एहसास और शरीर को ठंडक देने के लिए शर्बतों में पुदीना के पत्ते जरूर डाले जाते है।
पुदीने में मेंथोल होता है, इसलिए पुदीना के पत्ते ताजा और ठंडा स्वाद प्रदान करते हैं। खासकर चाट या सैंडविच में इस्तेमाल होने वाली हरी चटनी में पुदीना जरूर शामिल होता है। सिर्फ यही नहीं, सबकी पसंदीदा बिरयानी में भी ये अपना स्वाद जोड़ता है।
हल्दी की पत्तियां | Turmeric leaves
हल्दी पाउडर का इस्तमाल भारतीय खाने में आम है। लेकिन क्या आप जानते है, हल्दी की पाउडर की तरह ही हल्दी के पत्तों का इस्तमाल भी खाने में स्वाद के लिए किया जाता है? जी हाँ, हमारे गांव में बनने वाली चावल की खीर में, अक्सर हल्दी के कोमल पत्तों का इस्तमाल अंत में स्वाद के लिए किया जाता हैं। थोड़ी कड़वाहट के साथ हल्दी की पत्तियां अदरक जैसा तीखा स्वाद और फूलों वाला सुगंध देकर भोजन की स्वादिष्टता को बढ़ा देती हैं।
महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र और गोवा में गणेश उत्सव के दौरान बनाए जाने वाली लोकप्रिय डिश पातोली में भी हल्दी के पत्तों का इस्तमाल मुख्य सामग्री के रूप में किया जाता हैं। इसी तरह ही, मछली को स्वादिष्ट बनाने के लिए हल्दी के पत्तों में लपेटकर उबली और पकाई जाती है। ऐसे ही, तिकल यह एक मालवणी फिश करी है, जिसमें स्वाद के लिए हल्दी के पत्ते डाले जाते है।
जाने यहां : हल्दी खाने के फायदे और नुकसान
तुलसी | Basil Leaves in Hindi
सबसे पुराना और हिन्दू संस्कृति में सबसे पवित्र माना जाने वाला तुलसी का पौधा एक औषधीय वनस्पती है। हिंदू लोगों का एक भी ऐसा घर नहीं होगा, जहां पर तुलसी वृंदावन ना हो। भारतीय खाना पकाने में एक महत्वपूर्ण और सुगंधित जड़ी-बूटी है। तुलसी के पत्ते करी और ग्रेवी में एक सूक्ष्म पुदीना नोट जोड़ने के लिए कभी-कभी उपयोग किए जाते हैं, खासकर उत्तर भारतीय व्यंजनो में।
भगवान को समर्पित पंचामृत और भोजन को पवित्र स्वाद देने के लिए तुलसी के पत्ते जरूर इस्तेमाल होते हैं। तुलसी के पत्तों का उपयोग भारतीय पेयों में भी किया जाता है, जैसे कि तुलसी का नींबू पानी, तुलसी लस्सी।
इसके अलावा, अपने औषधि गुणों के कारण बीमारियों से लड़ने के लिए पारंपरिक रूप से बनाए जाने वाले काढ़े में तुलसी का इस्तमाल जरूर होता है। इतनाही नहीं, तीखे और सौंफ स्वाद वाले तुलसी के पत्तों का प्रयोग हर्बल चाय में भी किया जाता है।
भगवान को समर्पित पंचामृत और भोजन को पवित्र स्वाद देने के लिए तुलसी के पत्ते जरूर इस्तेमाल होते हैं। तुलसी के पत्तों का उपयोग भारतीय पेयों में भी किया जाता है, जैसे कि तुलसी का नींबू पानी, तुलसी लस्सी।
इसके अलावा, अपने औषधि गुणों के कारण बीमारियों से लड़ने के लिए पारंपरिक रूप से बनाए जाने वाले काढ़े में तुलसी का इस्तमाल जरूर होता है। इतनाही नहीं, तीखे और सौंफ स्वाद वाले तुलसी के पत्तों का प्रयोग हर्बल चाय में भी किया जाता है।
कढ़ी पत्ता | Curry leaves in Hindi
कढ़ी पत्ते, जिन्हें हिंदी में कड़ी पत्ता भी कहा जाता है, भारतीय रसोईघरों में एक महत्वपूर्ण और सुगंधित जड़ी-बूटी हैं। यह पत्तियां, अपने सुगंधित स्वाद के लिए प्रसिद्ध हैं।
भारत का एक भी रसोईघर नहीं होगा, जहा रोजमर्रा के खाने में कढ़ी पत्ता का इस्तमाल ना हुआ हो। सब्जी हो या करी सबसे पहले सरसो और जीरे के बाद कढ़ी पत्ते का इस्तमाल होता है। जब इसे गर्म तेल के तड़के में डाला जाता तो ये थोड़ा हींग जैसा, तीखा-मीठा और जड़ीबूटी वाला स्वाद प्रदान करता है।
कढ़ी पत्ते उत्तरी भारत के साथ ही दक्षिण भारतीय खाने के अधिकांश व्यंजनों में महत्वपुर्ण भूमिका निभाते हैं; विशेष रुप से दक्षिण भारत की सांबर, रसम, और दाल जैसे खास व्यंजनों में।
भारत का एक भी रसोईघर नहीं होगा, जहा रोजमर्रा के खाने में कढ़ी पत्ता का इस्तमाल ना हुआ हो। सब्जी हो या करी सबसे पहले सरसो और जीरे के बाद कढ़ी पत्ते का इस्तमाल होता है। जब इसे गर्म तेल के तड़के में डाला जाता तो ये थोड़ा हींग जैसा, तीखा-मीठा और जड़ीबूटी वाला स्वाद प्रदान करता है।
कढ़ी पत्ते उत्तरी भारत के साथ ही दक्षिण भारतीय खाने के अधिकांश व्यंजनों में महत्वपुर्ण भूमिका निभाते हैं; विशेष रुप से दक्षिण भारत की सांबर, रसम, और दाल जैसे खास व्यंजनों में।
मेथी | Fenugreek Herb in Hindi
मेथी, भारतीय रसोईघरों में एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी हैं, जो स्वादिष्टता के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है। ज्यादातर, मेथी के पत्तों का उपयोग साग और सब्जियों में किया जाता हैं। इन्हें ताजे या सूखे हुए रूप में दोनों तरीकों से इस्तमाल किया जाता हैं।
मेथी के सूखे हुए पत्तों का उपयोग पीसकर या पाउडर के रूप में मसालों में किया जाता हैं। इन्हें कसूरी मेथी के नाम से भी जाना जाता है। आमतौर पर, कसूरी मेथी धनिया के पत्तों की तरह ही स्वाद के लिए व्यंजन के अंत में डाली जाती है। पराठों से लेकर कई प्रकार की दाल और सब्जीयों को बढ़िया स्वाद देने के लिए कसूरी मेथी का इस्तमाल किया जाता है। यह व्यंजनों को कड़वेपन के साथ नटी और आकर्षक स्वाद जोड़ती है।
नींबू घास या चाय पत्ती | Lemongrass in Hindi
चायपत्ती, जिसे लेमनग्रास या नींबूघास भी कहा जाता है, एक फूलदार और अद्वितीय स्वादवाली जड़ी-बूटी है। चारे जैसे दिखनेवाली चायपत्ती अक्सर आयुर्वेदिक काढ़े और चाय में इस्तेमाल होती है। इसके स्वाद वाले पत्ते चाय को खुशबूदार और हर्बल बना देते हैं।
ताजे नींबूघास के पत्ते कुछ हद तक पुष्प जैसा और पुदीना का ताजगी भरा स्वाद और सुगंध भी प्रदान करते है। चारे जैसे दिखने वाले ये पत्ते आप की चाय को हर्बल बना देते है। स्वाद के अलावा, इस पौधे के कई औषधि उपयोग भी हैं और यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते है।
ताजे नींबूघास के पत्ते कुछ हद तक पुष्प जैसा और पुदीना का ताजगी भरा स्वाद और सुगंध भी प्रदान करते है। चारे जैसे दिखने वाले ये पत्ते आप की चाय को हर्बल बना देते है। स्वाद के अलावा, इस पौधे के कई औषधि उपयोग भी हैं और यह कई स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करते है।
धनिया | Coriander Leaves
धनियां की पत्तियां, जिन्हें कोथमीर भी कहा जाता हैं, भारतीय रसोईघर में इस्तमाल होनेवाली महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी है। इसका ताजगीभरा स्वाद और खुसबू खाने को बढियां बना देती है।
आप भारत के किसी भी कोने में जाइए, धनियां का रोजमर्रा के खाने में खूब इस्तमाल किया जाता है। इसके बिना दाल और सब्जी का स्वाद अधूरा लगता है। इतनाही नहीं, हमारे देश में बनाए जाने वाली कई तरह की चटनीयों में भी एक प्रमुख सामग्री के रूप में धनिया शामिल होती है।
तेज पत्ता | Indian Bay leaves in Cooking
तेज पत्ता एक सुगंधित पत्ता है, जो शाही व्यंजनों को खास स्वाद और सुगंध देने के लिए हमेशा इस्तमाल होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की व्यंजन शाकाहारी हो या मांसाहारी हो।
तेजपत्ता ज्यादातर बिरयानी, पुलाव और मसालेदार व्यंजनों के तड़के में जरूर इस्तमाल होता है। ये न सिर्फ तड़के में इस्तमाल होता है, बल्कि कई पिसे मसालों में भी शामिल होता है।
तेजपत्ता ज्यादातर बिरयानी, पुलाव और मसालेदार व्यंजनों के तड़के में जरूर इस्तमाल होता है। ये न सिर्फ तड़के में इस्तमाल होता है, बल्कि कई पिसे मसालों में भी शामिल होता है।
उम्मीद करती हूँ कि, इस पोस्ट में आप ने भारतीय खाने में इस्तमाल की जाने वाली जड़ी बूटियों के बारे में जान लिया ही होगा। अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर जरूर करे और अपनी राय देना न भूले।